क्या नाता ह, by namineel
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क्या नाता
है उनसे
क्यों मन
रह्-रह
करता याद
बार-बार
स्मृतियां
गहराती
होतीं
आबाद
अनजाना
फिर भी
जाना सा
यहीं कहीं
हो जैसे
दूर रहा
आया पर
लगता
पास-पास यह
कैसे
बात जरा सी
होती पर मन
करता रहता
बात
फिर-कब
फिर-कब इस
खयाल में
काटे है
दिन-रात
क्यों मन
में
लहराती
खुसियां
सुन उसकी
आवाज
क्योंकर
होता ऐसा
मुझमें
क्या इसका
है राज
किससे
पूछूं कौन
बताये सब
तो यहां
पराए
वह मन जो
पढ़ता मेरा
मन ही शायद
सुलझाए
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नमिनील |
Posted: 2009-12-14 10:16:24 UTC |
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