"हकीकत", by deepak sharma |
"कुछ बातें, जो दिल को,छू जाती हैं, वह अक्सर, विचलित भी कर जाती, ठहरे पानी की, ठहरी सी लहरों में, इक, हलचल सी,मचा जाती हैं" |
Posted: 2017-11-29 10:50:05 UTC |
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