"नया सवेरा", by deepak sharma |
"हर दिन है जब,नया सवेरा, दिल पर क्यों,यादों का पहरा, पिछली बातें,पिछली साँसें, गुजर गईं जो,कड़वी राते, दिल पर कुछ तो ,लिख जाती हैं, वह चुपके से,जब आती हैं" |
Posted: 2017-11-29 18:32:27 UTC |
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